लद्दाख एलजी बोले- बाहरी उद्योगपति को जमीन खरीदने के लिए काउंसिल से बात करनी होगी, कोई भी फैसला वही लेगी

लेह. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद लद्दाख केंद्र शासित क्षेत्र बन गया। इसके साथ ही बाहरियों द्वारा जमीन खरीदने का सेफगार्ड भी खत्म हो गया। इससे लेह-लद्दाख के लोगों के मन में चिंता है। बाहरी लोगों द्वारा जमीन खरीदना, रोजगार छिन जाना, सांस्कृतिक विरासत को नुकसान होने का डर उन्हें सता रहा है। यहां के रोजगार, विकास से जुड़े मुद्दों पर लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर आरके माथुर से अमित निरंजन ने बात की...

सवाल- क्षेत्रवासी इसे लद्दाख की कश्मीर से आजादी बता रहे हैं, आप इसे कैसे देखते हैं?
जवाब-
बेशक, ये लद्दाख के लोगों की कश्मीर से आजादी है, इसका अपना इतिहास है।

सवाल-स्थानीय लोगों को आशंका है कि बाहरी लोग यहां जमीन खरीदेंगे तो उनका रोजगार खत्म हो जाएगा?
जवाब-
लद्दाख ऑटोनॉमस डेवलेपमेंट काउंसिल ही यहां की जमीन के बारे फैसला लेगी। काउंसिल में एलजी या कोई और दखल नहीं देगा। वहीं, लोगों को होटल जैसे बिजनेस के लिए अपना मॉडल विकसित करना होगा, ताकि इस क्षेत्र में बाहरी निवेश हो। जैसे अरुणाचल में ताज ने होटल खोला है, इसके लिए जमीन स्थानीय लोगों ने दी है, वही लोग चला रहे हैं। यहां की काउंसिल इस मॉडल पर सोच सकती है।

सवाल-लोगों को संस्कृति खत्म होने का डर है?
जवाब-संस्कृति बचाने के कई तरीके हैं। होम स्टे टूरिज्म को यहां तेजी से बढ़ाने की जरूरत है। इससे संस्कृति भी बचेगी और बाहरी लोग काफी सीखकर जाएंगे।

सवाल-बाहरी लोगों को जमीन खरीदने के लिए क्या करना होगा?
जवाब-
जमीन खरीदने के लिए काउंसिल में आवेदन देना होगा। ये काउंसिल पर निर्भर करता है कि वे किसे और कितनी जमीन देना चाहते हैं।

सवाल-काउंसिल ही सर्वोपरि है, तो आपकी भूमिका क्या होगी?
जवाब-जी हां, काउंसिल ही सर्वोपरि है। लद्दाख का विकास काउंसिल ही तय करेगी। मेरा काम उन्हें जरूरी चीजें मुहैया करवाना,और सबको साथ लेकर आना है।

सवाल-पर्यावरण संतुलन के साथ विकास कैसे होगा?
जवाब-
यहां की इकोलॉजी को हर हाल में बचाया जाएगा। पहाड़, जंगल रहेंगे तभी तो यह पर्यटन स्थल बना रह पाएगा। लोग आते रहेंगे तभी तो रोजगार बढ़ेगा।

सवाल-लद्दाखी भाषा को संवैधानिक दर्जा मिल पाएगा?
जवाब-
इस बारे में लोगों और संगठनों से बात चल रही है। जब सभी की राय कायम होगी, तभी लद्दाखी को संवैधानिक दर्जा देने के लिए कानूनी पहल शुरू होगी।

सवाल-यहां पर्यटन के अलावा कोई रोजगार नहीं है, इसे कैसे बढ़ाएंगे?
जवाब-लेह में 365 दिन में 320 दिन धूप अच्छी निकलती है। यहां 30 हजार मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाएंगे। 1 मेगावॉट बिजली बनाने पर 2 लोगों को रोजगार मिलता है, इस तरह यहां 60 हजार लोगों को मौका मिलेगा। इसके अलावा हॉर्टीकल्चर, मेडिसिन से जुड़े पौधे उगाने को भी बढ़ावा दिया जाएगा।

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लद्दाख के एलजी आरके माथुर।-फाइल


source /national/news/first-lg-rk-mathur-of-new-union-territory-of-ladakh-talks-with-dainik-bhaskar-for-first-ti-01684007.html

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