ट्रेनों से एक साल में 157 करोड़ का सामान चोरी: महाराष्ट्र सबसे आगे, मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर
नई दिल्ली. देश में रेलवे यानी ट्रेनों में होने वाले अपराधों को लेकर कई रोचक जानकारियां सामने आई हैं। जैसे- ट्रेनों में चोरी के मामले में महाराष्ट्र देशभर में अव्वल है, जबकि दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है। इनके अलावा दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु टॉप-5 राज्यों में शामिल है। यह खुलासा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट में हुआ है। हालांकि, इसमें यूपी में ट्रेनों में हुई चोरी के मामलों की जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेनों में चोरी के 74 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इनमें करीब 157 करोड़ रुपए की संपत्ति चोरी हुई है।
ट्रेनों में 2 साल में 45% अपराध बढ़े
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में ट्रेनों में होने वाले अपराध दो साल में करीब 45 फीसदी बढ़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में ट्रेनों में 11 लाख से ज्यादा अपराध हुए। इनमें 70% से ज्यादा चोरी और लूटपाट के हैं।
ट्रेनों में अपराध
वर्ष | कुल अपराध |
2015 | 9,42,258 |
2016 | 10,68,859 |
2017 | 11,15,839 |
2017 में रेलवे में चोरी के कुल 74,317 मामले दर्ज किए गए। इनमें 12 हजार से ज्यादा मामले मेट्रो रेल के हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान चोरी हुए सामान या अन्य संपत्ति की कीमत करीब 157 करोड़ रुपए आंकी गई है।
पहाड़ी राज्यों में ट्रेनों में चोरी कम
अन्य राज्यों की तुलना में पहाड़ी राज्य ट्रेन यात्रा के मामले में काफी सुरक्षित हैं। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के अलावा असम, त्रिपुरा जैसे पहाड़ी राज्यों में ट्रेनों में चोरी के मामले कम सामने आए हैं। हालांकि, इन राज्यों में रेलवे सेवाएं भी ज्यादा नहीं हैं।
राज्य | मामले |
हिमाचल | 02 |
त्रिपुरा | 03 |
जम्मू-कश्मीर | 18 |
उत्तराखंड | 90 |
केरल | 175 |
ट्रेनों में सबसे ज्यादा मर्डर हरियाणा में
अलग-अलग वजहों से 2017 के दौरान ट्रेनों में मर्डर के 209 केस दर्ज किए गए। इनमें सबसे ज्यादा हरियाणा में सामने आए। पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर रहा। आईटी हब के तौर पर मशहूर आंध्र और कर्नाटक इस मामले में टॉप-5 राज्यों में शामिल है।
राज्य | मामले |
हरियाणा | 43 |
प. बंगाल | 33 |
बिहार | 21 |
आंध्र | 19 |
कर्नाटक | 17 |
देश में कुल अपराध एक साल में 3.6% बढ़े
कुल अपराधों की बात करें, तो 2016 की तुलना में 2017 में देश में कुल अपराध 3.6 फीसदी ही बढ़े हैं। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), विशेष और स्थानीय कानूनों के तहत 2017 में देश में कुल 50 लाख 7 हजार 44 मामले दर्ज हुए, जबकि 2016 में कुल 48 लाख 31 हजार 515 मामले दर्ज किए गए थे।
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source https://www.bhaskar.com/dboriginal/news/ncrb-report-on-crime-in-indian-trains-01686343.html
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