59% विधायक ग्रेजुएट या इससे ज्यादा पढ़े-लिखे, यह 2014 के मुकाबले 4 फीसदी कम
नई दिल्ली. झारखंड की 81 सदस्यों वाली विधानसभा में अब 59% (48) विधायक ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टरेट होंगे। यह 2014 के नतीजों से 4 फीसदी कम है। पिछली बार ऐसे 63% (51) विधायक थे। इस बारबड़े दलों से चुनाव लड़े कम पढ़े-लिखे उम्मीदवारों की जीत का प्रतिशत भी ज्यादा पढ़े-लिखे उम्मीदवार से बेहतर रहा। चार प्रमुख दलों यानी भाजपा, झामुमो, कांग्रेस और राजद के ग्रेजुएट या इससे ज्यादा पढ़े-लिखे कुल उम्मीदवारों(96) में से 41% (40) को जीत मिली, जबकि इनके कम पढ़े-लिखे कुल उम्मीदवार (62) में से 47% (29) जीते।
नई विधानसभा के 20%विधायक 12वीं पास भी नहींं
2014 नतीजों की तुलना में इस बार कम पढ़े-लिखे विधायक भी ज्यादा होंगे। नई विधानसभा में 20%(16) विधायक ऐसे हैं, जो 12वीं पास भी नहीं हैं। पिछली बार ऐसे विधायकों का प्रतिशत 19(15) था। इनमें 2019 में जीते 2 विधायक और 2014 में जीते 1 विधायक के शिक्षा की जानकारी इनमें शामिल नहीं है।
शिक्षा |
2019 |
2014 |
2009 |
2005 |
डॉक्टरेट |
4 |
3 |
0 |
1 |
पोस्ट ग्रेजुएट |
13 |
12 |
7 |
10 |
ग्रेजुएट |
31 |
36 |
30 |
24 |
12वीं पास |
14 |
14 |
17 |
7 |
10वीं पास |
14 |
11 |
15 |
14 |
8वीं पास |
2 |
2 |
2 |
3 |
5वीं पास |
- |
1 |
1 |
0 |
शिक्षित |
1 |
1 |
1 |
3 |
अन्य |
1 |
0 |
2 |
7 |
(2014 में 80 विधायक, 2009 में 75 विधायक और 2005 में 69 विधायकों के शपथपत्रों के एनालिसिस पर आधारित। सोर्स- myneta.info )
भाजपा के ज्यादा पढ़े-लिखे उम्मीदवारों की जीत का प्रतिशत कम पढ़े-लिखे उम्मीदवारों से खराब
भाजपा के 79 उम्मीदवारों में से 66 फीसदी (52) ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट या डॉक्टरेट थे। इनमें से 29% (15) को जीत मिली। भाजपा ने 12वीं तक या इससे कम पढ़े-लिखे 25 (32%) उम्मीदवार उतारे थे, इनमें से 32% (8) जीते। यानी ज्यादा शिक्षित उम्मीदवारों की तुलना में कम शिक्षित उम्मीदवारों की जीत का प्रतिशत ज्यादा रहा।
कांग्रस-झामुमो-राजद गठबंधन के 81 उम्मीदवारों में से 54% (44) उम्मीदवार ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट या डॉक्टरेट थे। इनमें 57% (25) उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। जबकि इस गठबंधन के बाकी 46% (37) 12वीं या इससे कम पढ़े-लिखे थे, इनमें भी 57% (21) उम्मीदवार जीत गए। यानी यहां भी कम और ज्यादा पढ़े-लिखे होने का असर नहीं रहा।
शिक्षा |
भाजपा के विधायक (उम्मीदवार) |
कांग्रेस के विधायक (उम्मीदवार) |
झामुमो के विधायक (उम्मीदवार) |
राजद के विधायक (उम्मीदवार) |
डॉक्टरेट |
2 (4) |
1 (2) |
0 (1) |
- |
पोस्ट ग्रेजुएट |
5 (14) |
2 (6) |
3 (4) |
- |
ग्रेजुएट |
8 (34) |
9 (14) |
10 (14) |
0 (3) |
12वीं पास |
5 (18) |
1 (5) |
8 (10) |
0 (1) |
10वीं पास |
3 (6) |
1 (3) |
8 (10) |
1 (2) |
8वीं पास |
- |
1 (1) |
1 (2) |
0 (1) |
5वीं पास |
- |
- |
0 (1) |
- |
शिक्षित |
1 (2) |
- |
- |
- |
अन्य |
1 (1) |
- |
(1) |
- |
(सोर्स- एडीआर रिपोर्ट)
4 विधायकों के पास डॉक्टरेट डिग्री, 2 विधायक 8वीं पास
- गोमिया सीट से जीते ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) नेता लम्बोदर महतो ने 2012 में रांची यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की। इसके बाद भी इन्होंने सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से एमबीए किया। राजनीति में आने से पहले ये सरकारी स्कूल में शिक्षक थे।
- कोरडमा सीट से जीतीं डॉ. नीरा यादव रघुबर सरकार में शिक्षा मंत्री थीं। इन्होंने 1996 में रांची यूनिवर्सिटी से एमकॉम और 2003 में विनोबायूनिवर्सिटी, हजारीबाग से पीएचडी पूरी की।
- लोहरदगा से कांग्रेस नेता डॉ. रामेश्वर उरांवने रांची यूनिवर्सिटी से 1967 में बीए ऑनर्स, 1970 में एमए इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल की। इन्होंने पटना की मगध यूनिवर्सिटी से 1997 में पीएचडी की। राजनीति में आने से पहले वे आईपीएस ऑफिसर थे।
- पांकी विधानसभा सीट से चुने गए भाजपा के कुशवाह शशि भूषण मेहता रांची यूनिवर्सिटी से पीएचडी हैं।
- इच्छागढ़ से चुनी गईं झामुमो नेता सबिता महतो और जगन्नाथपुर से जीते सोनाराम सिंकू केवल 8वीं पास हैं।
- बोकारो और छतरपुर से जीते भाजपा के बीरांची नारायण और पुष्पा देवी के शपथपत्रों में शैक्षणिक स्तर उपलब्ध नहीं है।
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source https://www.bhaskar.com/national/news/jharkhand-election-results-2019-winining-bjp-jmm-jvm-mla-candidate-education-qualifications-126366017.html
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