पाकिस्तान टायफाइड का नया टीका खोजने वाला पहला देश बना, डब्ल्यूएचओ ने 2018 में इसे मान्यता दी थी
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के नाम शुक्रवार को चिकित्सा जगत में एक उपलब्धि दर्ज हो गई। वह टायफाइड का नया टीका खोजने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इसे टायफाइड कॉन्जूगेट वैक्सीन (टीसीवी) नाम दिया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, सिंध प्रांत में यह बीमारी जानलेवा बनी हुई है। वहां यह टीका काफी मददगार होगा।
अधिकारियों ने बताया कि नवंबर 2016 में देश में दवा प्रतिरोधी टायफाइड बुखार ने 11 हजार लोगों को अपनी चपेट में लिया था। इसका सबसे ज्यादा प्रकोप सिंध प्रांत में था। यह सल्मोनेला टायफी बैक्टीरिया की वजह से होता है। विशेषज्ञों ने इसे ‘सुपरबग’ नाम दिया। इससे पीड़ित 100 में से औसतन 20 मरीजों की मौत हो रही थी। यही कारण था कि सरकार ने इसका समाधान खोजने के प्रयास शुरू किए।
टायफाइड से मरने वालों में 70% की उम्र 15 साल से कम
2017 में टायफाइड के 63% केस और इससे हुईं 70% मौतों के मामले में 15 साल से कम उम्र के बच्चे थे। इस टीके को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2018 में मान्यता दी थी। फिलहाल सिंध के शहरी क्षेत्रों में प्रतिरक्षण कैंपेन के तहत इस टीके का उपयोग किया जाएगा। इससे पहले कराची में हुए कार्यक्रम में इस टीके को प्रदर्शित किया गया।
क्यों और कहां फैलती है टाइफाइड बीमारी?
टायफाइड बीमारी गंदे पानी, बिना धुली सब्जियों के इस्तेमाल और साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से फैलती है। यह भीड़भाड़ वाले इलाकों में रहने वालों के बीच जल्दी फैलती है।
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source https://www.bhaskar.com/international/news/pakistan-first-country-to-introduce-new-vaccine-to-combat-typhoid-01688205.html
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