‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’नामक वॉट्सऐप ग्रुप के 60 में से 37 सदस्यों की पहचान की गई: सूत्र

नई दिल्ली. पुलिस की विशेष जांच ईकाई ने ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ नामक वॉट्सऐप ग्रुप के 60 में से 37 सदस्यों की पहचान कर ली है। यह खुलासा शनिवार को न्यूज एजेंसी नेदिल्ली पुलिस के सूत्रों के आधार पर किया। बता दें कि शुक्रवार शाम दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जेएनयू हिंसा मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 9 छात्रों की पहचान उजागर की थी। पुलिस का कहना था कि फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सभी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। वहीं, आइशी का कहना था कि मेरे पास भी सबूत हैं, जिनसे साबित होता है कि मुझ पर हमला किया गया।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि एक वॉट्सऐप ग्रुप की पहचान की गई है, जिसका नाम ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’है। इसमें 60 मेंबर हैं। कुछ लोगों की पहचान भी की है। इसमें आइशी घोष समेत चुनचुन कुमार, पंकज मिश्रा, भास्कर, सुचेता, प्रिया रंजन, सामंत, योगेंद्र भारद्वाज, विकास पटेल शामिल हैं, इन लोगों की पहचान की गई है। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।

हम दिल्ली पुलिस से डरने वाले नहीं- आइशी घोष

आइशी घोष ने कहा था- दिल्ली पुलिस अपनी जांच कर सकती है। मेरे पास भी सबूत हैं, जिनसे जाहिर हो जाएगा कि मुझपर किस तरह हमला किया गया। मेरा देश के कानून और व्यवस्था में पूरा विश्वास है। मैं जानती हूं कि जांच निष्पक्ष होगी। मुझे न्यायमिलेगा, लेकिन दिल्ली पुलिस पक्षपात क्यों कर रही है? मेरी शिकायत पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई। मैंने किसी पर कोई हमला नहीं किया। हमने कुछ गलत नहीं किया है। हम दिल्ली पुलिस से डरने वाले नहीं। हम कानून-व्यवस्था के साथ खड़े रहेंगे और अपना अभियान शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आगे बढ़ाएंगे।

छात्रों को अब केवल रूम रेंट देना होगा- कुलपति

जेएनयू के वीसी एम जगदीश कुमार ने कहा था- हजारों छात्र विंटर सेमेस्टर एग्जाम्स के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। हम छात्रों की मदद के लिए हर कदम उठा रहे हैं। अब कोई भी सर्विस और यूटिलिटी चार्ज नहीं लिया जाएगा। छात्रों को केवल रूम रेंट देना होगा, जो कि 300 रुपए है। जो पैसा छात्रों से लिया जा रहा है, उसका इस्तेमाल उन्हीं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए किया जाएगा।


हंगामा इसलिए ताकि एबीवीपी और भाजपा पर इल्जाम लग सके- जावड़ेकर
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था- शुक्रवार की पुलिस ब्रीफिंग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पिछले 5 दिनों से जानबूझकर इसलिए हंगामा मचाया जा रहा था ताकि एबीवीपी, भाजपा और अन्य पर आरोप लगाया जा सके। यह सच नहीं है। यह लेफ्ट संगठन थे, जिन्होंने हिंसा की साजिश रची, सीसीटीवी खराब किए और सर्वर को बर्बाद दिया।



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नई दिल्ली: पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जांच से जुड़ी बातें साझा कीं।


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