ईरानी जनरल की मौत के हफ्तेभर बाद सबूतों के बिना ट्रम्प बोले- वह हमारे 4 दूतावासों को निशाना बनाने वाला था
वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी अमेरिका के चार दूतावासों को निशाना बनाने वाले थे। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वह चार दूतावासों पर हमले की साजिश रच रहा था। शायद बगदाद स्थित दूतावास पर भी हमले की साजिश थी।” हालांकि, सुलेमानी की हत्या के एक हफ्ते बाद भी ट्रम्प ने यह दावाबिना कोई सबूत या अन्य जानकारी दिए ही कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आर्टिकल-51 के मुताबिक, किसी भी देश को दूसरे देश में कार्रवाई करने के बाद अपने पक्ष में सबूत पेश करने होते हैं।अमेरिकी प्रशासन अब तक जनरलसुलेमानी को मारने की सटीक वजहें नहीं बता पाया है।
जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद विदेश मंत्रीपोम्पियो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस मेंकहा था कि जनरल सुलेमानी पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अमेरिकी अफसरों को निशाना बनाने वाला था,लेकिन उन्होंनेइस बारे में आगे कोई जानकारी नहीं दी। जब उनसे पूछा गया कि सुलेमानी किस तरह से खतरा था, तो पोम्पियो ने मुद्दा दिसंबर में विद्रोहियों के हमले में मारे गएअमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर की तरफ मोड़ दिया।
REPORTER: Can you be specific about the imminent threat that Soleimani posed?
— Aaron Rupar (@atrupar) January 7, 2020
POMPEO: "We know what happened at the end of last year & ultimately led to the death of an American. If you are looking for immanence, look no further than the days that led up to the strike." pic.twitter.com/yhqyNToZxd
अमेरिका ने 3 जनवरी को ईरान की कुद्स सेना के जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी थी। 7 जनवरी को ईरान ने अमेरिका के दो बेसों पर 22 मिसाइलें गिराईं थीं। इसमें 80 अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया।
ट्रम्प प्रशासनसंसद को अहम जानकारियां नहीं देता: डेमोक्रेट
अमेरिकी सरकार के दावों पर विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी ने ही भरोसा करने से इनकार कर दिया। कनेक्टिकट से डेमोक्रेट सांसद क्रिस मर्फी ने कहा कि अगर चार दूतावासों पर हमले की आशंका थी तो प्रशासन को यह हमें संसद मेंबताना चाहिए था,लेकिन ट्रम्प ने यह जानकारी फॉक्स न्यूज चैनल को इंटरव्यू में दी। शायद न्यूज चैनल को ज्यादा उच्च-स्तरीय जानकारियां मिलती हैं या फिर असल में कोई खतरा था ही नहीं।
दूसरी तरफ डेमोक्रेट पार्टी में राष्ट्रपति पद के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने कहा कि न तो विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और न ही रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने संसद में चार दूतावासों को निशाना बनाए जाने की कोई जानकारी दी। ऊटा राज्य से डेमोक्रेट सांसद माइक ली ने कहा कि यह उनके 9 साल के करियर की सबसे खराब मिलिट्री ब्रीफिंग थी।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
source https://www.bhaskar.com/international/news/donald-trump-claims-general-qassem-soleimani-was-planning-to-target-4-us-embassies-news-and-updates-126490353.html
0 Comments