इंफोसिस के इंजीनियर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- छींक कर वायरस फैलाएं, कंपनी ने नौकरी से हटाया

बेंगलुरु. आईटी कंपनी इंफोसिस ने कोरोना को लेकर शरारतपूर्ण पोस्ट करने पर एक कर्मचारी को नौकरी से हटा दिया। कंपनी के इंजीनियर मुजीब मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि लोगों के बीच जाकर छींके, जिससे वायरस फैल सके। पहले तो कंपनी को लगा कि मुजीब उसका कर्मचारी नहीं है। हालांकि, पहचान की पुष्टि होने के बाद उस पर कार्रवाई की गई। कंपनी ने शनिवार को मुजीब को नौकरी से बर्खास्त करने की जानकारी दी।

कंपनी ने कहा कि इंफोसिस ने कोरोना पर एक कर्मचारी के सोशल मीडिया पोस्ट की जांच कर ली है। हमें लगता है कि यह गलत पहचान का मामला नहीं है। कर्मचारी की ओर से किया गया पोस्ट कंपनी के नियमों और सामाजिक साझेदारी की इसकी प्रतिबद्धता के खिलाफ है। ऐसी गतिविधियों पर हमारी पॉलिसी जीरो टॉलरेंस की है। उसे नौकरी से हटा दिया गया है।

पुलिस ने मुजीब को गिरफ्तार किया

मुजीब ने अपने पोस्ट में लिखा था, ‘‘आइए हम साथ आएं, लोगों के बीच जाकर छींकें। वायरस फैलाएं।’’ इस पोस्ट के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलुरु के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि लोगों से वायरस फैलाने की अपील करने वालेव्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका नाम मुजीब है। वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है।

इंफोसिस का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिला था

इंफोसिस का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद कंपनी ने अपना एक ऑफिस खाली करा दिया था और उसे पूरी तरह सैनिटाइज कराया था। कंपनी की बेंगलुरु में 10 से अधिक ऑफिस हैं। इनमें इसके डेवलपमेंट सेंटर और कॉर्पोरेट सेंटर चलते हैं। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी है। इसने अपने कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचने की हिदायत दी है। इंफोसिस नेकोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद 16 मार्च को दुनिया भर के स्थानीय सरकारों के साथ मिलकर काम करने और उनकी एडवाइजरी मानने की बात कही थी।



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कोरोना पर शरारत भरा पोस्ट करने वाले इंजीनियर को बेंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार किया।(प्रतीकात्मक फोटो)


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