2020 में गईं 2 करोड़ नौकरियां वापस मिलेंगी, T-20 वर्ल्ड कप इंडिया जीतेगी, पीएम मोदी ने दाढ़ी क्यों बढ़ाई?
साल 2020 अपने पीछे कई अहम सवाल छोड़ गया है। इस साल ने 1.9 करोड़ से भी ज्यादा मंथली सैलरी पाने वाले नौकरीशुदा लोगों से नौकरियां छीन लीं। प्राइवेट सेक्टर में लोगों की 50% तक तनख्वाह काटी गई। 10 करोड़ से ज्यादा मजदूर महीनों घर पर बैठे रहे। पहली बार पूरी तरह से यात्री ट्रेन बंद कर दी गईं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आने वाले साल में ये सब चीजें फिर से पहले जैसी हो जाएंगी।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के चुनाव से लेकर टी-20 वर्ल्ड कप और ओलिंपिक गेम्स जैसे इवेंट के नतीजों को लेकर भी लोग फिक्रमंद हैं। हमने यहां राजनीति, खेल, सिनेमा और आम जिंदगी से जुड़े 10 सवाल और उनके जवाबों के करीब जाने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के बाद अपील की थी कि लोगों को नौकरियों से न निकालें। लेकिन सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानी CMIE के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में 1.77 करोड़, मई में 1 लाख और जून में 39 लाख लोगों की नौकरियां गईं। कुल मिलाकर कोरोनाकाल में 1.9 करोड़ नौकरीपेशा लोग बेरोजगार हुए।
अनलॉक के बाद से अब तक करीब 50 लाख लोगों को ही वापस रोजगार मिल पाया है। इसलिए 2021 का सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि क्या जिनकी नौकरियां गई थीं, उन्हें वापस रोजगार मिल पाएगा? फिलहाल CMIE के ही आंकड़े बताते हैं कि 30 जून 2020 को भारत में बेरोजगारी दर 23% पहुंच गई थी, जो 30 दिसंबर को 9.1% रह गई थी। यह मार्च में रोजगार छिनने से पहले की बेरोजगारी दर 8.75% से थोड़ा ही ज्यादा है।
22 मार्च 2020 के पहले 13 हजार से ज्यादा यात्री ट्रेन चलती थीं। इनमें रोजाना 2.2 करोड़ से ज्यादा लोग यात्राएं करते थे। महीने में ट्रेन से यात्रा करने वालों की संख्या 6 अरब के पार होती है। कोरोना के चलते 31 मार्च को यात्री ट्रेन पूरी तरह से बंद कर दी गई थीं। इसके बाद मई से लेकर दिसंबर तक कुल 8 महीने में महज 1089 ट्रेन ही चलाई जा सकी हैं। इसलिए 2021 का दूसरा सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या पहले की तरह ट्रेन पटरी पर लौट आएगी?
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और CEO वीके यादव ने जानकारी दी थी कि रेलवे संचालन में अब तक वापस लौटे कर्मचारियों में 30 हजार से अधिक कोविड पॉजिटिव पाए गए और 700 से अधिक की मौत हो गई है।
2016 के पांच साल बाद क्रिकेट फैन्स को 2021 के वर्ल्ड कप का इंतजार है। यह भारतीय दर्शकों के लिए और ज्यादा बेचैन करने वाला है, क्योंकि पहला टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में टीम इंडिया ने ही जीता था। अब 7वां टी-20 वर्ल्ड कप इंडिया में ही होना है।
अब सवाल है कि क्या टीम इंडिया इस साल टी-20 वर्ल्ड कप जीत पाएगी? फिलहाल दिसंबर 2020 में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में तीन टी-20 मैच की सीरीज 2-1 जीती थी। इसके बाद से उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
इस साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी सरगर्मी अभी से तेज हैं। गृहमंत्री अमित शाह समेत भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में सभाएं बढ़ा दी हैं। चुनावी रैलियां अभी से शुरू हो गई हैं। दिसंबर 2020 में अमित शाह ने बंगाल का दौरा किया। इस दौरान ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नौ विधायकों और एक सांसद ने दल-बदल कर BJP ज्वाइन कर लिया। पहले ही लोकसभा चुनाव 2019 में 40 में 22 सीटें जीतकर BJP ने हलचल बढ़ा दी थी।
आने वाली 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर राज्य में टीएमसी ने छोटी-छोटी जगहों पर कार्यक्रम आयोजित करने आह्वान किया है। टीएमसी ने एक बार फिर से जमीन पर तैयारी शुरू कर दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार ने 5 अगस्त को एक खास दिन बना दिया है। 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया था। 2020 में जब राम मंदिर की भूमि पूजन की बात आई तो 5 अगस्त को ही चुना गया।
अब यह महज संयोग था या इस बार भी 5 अगस्त को सरकार कोई बड़ा ऐलान करेगी, इसका जवाब भी इस साल मिलेगा। फिलहाल एक देश एक चुनाव और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर बहस-मुबाहिसे जारी हैं।
महेंद्र सिंह धोनी वो भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टीम इंडिया को क्रिकेट के सभी फॉरमेट में टॉप पहुंचाया। उन्होंने बतौर कप्तान 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जीता, 2011 में वन-डे वर्ल्ड कप जीता, 2013 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीती और 2009 में टेस्ट क्रिकेट के टॉप रैंकिंग तक पहुंचे। साल 2020 में उन्होंने वन डे और टी-20 से संन्यास ले लिया। टेस्ट से 2014 में ही धोनी संन्यास ले चुके थे।
2020 में हुए आईपीएल में धोनी की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए 14 में से 6 मैच ही जीत सकी। धोनी ने 14 मैच में 200 रन बनाया। इसमें 47 टॉप स्कोर रहा। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या 2021 उनका आखिरी आईपीएल होगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना लुक बदल लिया है। वे अब बढ़ी हुई दाढ़ी और बड़े बालों में नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया में उनकी यह तस्वीर रवींद्र नाथ टैगोर की तस्वीर के साथ जमकर शेयर हुई और इसपर लंबी-लंबी बहसें हुईं। आम सोशल मीडिया यूजर्स समेत एक्ट्रेस गुल पनाग ने भी पीएम मोदी के नए अवतार की तुलना रवींद्रनाथ टैगोर से की थी।
हालांकि, अभी ये किसी को नहीं पता कि पीएम मोदी के नए लुक के पीछे क्या वजह है। सभी अपनी-अपनी सुविधा से अंदाजा लगा रहे हैं। द प्रिंट ने एक लेख में कहा कि पीएम मोदी पहले भी राजनीतिक कारणों से अपने लुक बदलते रहे हैं। अब सवाल है कि क्या 2021 में इस राज से पर्दा उठेगा?
लोकसभा चुनाव 2019 में हारने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कई महीनों तक चले मंथन के बाद सोनिया गांधी को फिर से कांग्रेस पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन अगस्त 2020 में कांग्रेस के 23 असंतुष्ट नेताओं ने सोनिया गांधी को लेटर लिखकर शीर्ष नेतृत्व का चयन करने को कहा।
असंतुष्ट नेताओं में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर और विवेक तन्खा समेत पार्टी के प्रमुख नेता शामिल थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी में नए सिरे से सुधार और शीर्ष नेतृत्व चुनने की वकालत की थी। अब जनवरी में असंतुष्ट नेताओं ने और सोनिया गांधी के बीच बैठक होनी है।
कोरोना महामारी के चलते मार्च 2020 में सिनेमाघर बंद हो गए। तब रोहित शेट्टी, अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ अपनी सूर्यवंशी की टीम के साथ जमकर प्रमोशन कर चुकी थीं। फिल्म 24 मार्च 2020 को रिलीज होनी थी। इसी तरह रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण भी 83 का प्रमोशन शुरू कर चुके थे, ये फिल्म 10 अप्रैल 2020 को रिलीज होनी थी, लेकिन नहीं हो पाईं।
रोहित शेट्टी और अक्षय के साथ आने से दर्शक जबर्दस्त एक्शन की उम्मीद लगाए बैठे हैं तो दूसरी ओर टीम इंडिया की पहली 1983 वन-डे क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने की कहानी का इंतजार है। लॉकडाउन के दौरान इन फिल्मों के ओटीटी पर रिलीज होने की खबरें उड़ीं, लेकिन मेकर्स इसे सिनेमाघर में ही रिलीज करना चाहते हैं। फिलहाल सिनेमाघर खुल चुके हैं, लेकिन मेकर्स फिल्म रिलीज को लेकर कोई तारीख तय नहीं कर पा रहे हैं।
23 जुलाई 2021 से 8 अगस्त के बीच टोक्यो में ओलिंपिक गेम होने हैं। जापान इसकी पूरी तैयारी में लगा हुआ है। 25 मार्च 2021 को फुकुशिमा से ओलिंपिक की टॉर्च रिले भी शुरू हो जाएगी। इसे जापान की राजधानी टोक्यो समेत 47 प्रांतों से होकर गुजरनी है। लेकिन, अभी जापान के कई हिस्से में आवाजाही अलग-अलग तरह के प्रतिबंध अब भी जारी हैं।
ऐसे में टॉर्च रिले के ही सही तरीके से होने को लेकर अभी सवाल बना हुआ है। ऐसे में ओलिंपिक अपने असली लिबास में हो इस पर संदेह है। असल में ओलिंपिक 2020 में ही आयोजित होने वाला था, लेकिन कोरोना के चलते ये स्थगित हो गया।
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source https://www.bhaskar.com/welcome-2021/news/your-top-2021-questions-narendra-modi-beard-mamata-banerjee-west-bengal-politics-to-when-railways-start-all-trains-128094029.html
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